पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुक्तेश्वर जी अपने व्यक्तित्व में बहुआयामी विशेषताएं रखते हैं। उन्होंने शिक्षा और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में एक प्रशंसनीय ट्रैक रिकॉर्ड स्थापित किया है। वह एक दूरदर्शी विचारक और असाधारण शिक्षाविद् हैं। उन्होंने कई किताबें, लेख और मोनोग्राफ लिखे तथा पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में नैतिक, और आध्यात्मिक मूल्यों सहित कई शैक्षिक और सामाजिक उत्थान कार्यक्रमों का आयोजन और नेतृत्व किया। इन क्षेत्रों में विभिन्न उल्लेखनीय अभियान, ड्राइव और प्रकाशन उनके योगदान हैं।
उन्होंने अपना करियर शैक्षिक सलाहकार के रूप में शुरू किया, और बाद में खुद को पत्रकारिता और सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में भी शामिल किया। हालांकि उनका सामाजिक झुकाव उनके प्रारंभिक छात्र जीवन के दौरान ही शुरू हो गया था। उन्हे जन्मजात राजनीतिज्ञ की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, फिर भी वह जन्मजात नेता और नवोन्मेषी सामाजिक कार्यकर्ता है, जो सबके प्रति सहानुभूति रखता है, मानवता में विश्वास रखता है और इंसानियत के प्रति समर्पित है।
विगत चार दशकों में उन्होंने शिक्षा के संवर्धन, नैतिक मूल्यों और सामाजिक कल्याण के लिए कई संस्थाओं और संगठनों की स्थापना की, इनमें से निम्नलिखित विशेष महत्व रखते हैं।
- आईएएस स्टडी सेंटर, 1985 में,
- इंस्टीट्यूट आफ रूरल अवेयरनेस, 1987 में,
- नागरिक मंच, 1990 में,
- इक्कीसवीं सदी मानवीय सोच, 2001 में,
- मुक्ताकाश, 2022 में।
आईएएस स्टडी सेंटर के निदेशक और चीफ कंसल्टेंट के रूप में उन्होंने 36 वषों तक सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों को मार्गदर्शन दिया, तथा उनके मार्गदर्शन में हजारों छात्र सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल किये। इक्कीसवीं सदी मानवीय सोच के बैनर तले उन्होंने “अपनी पंचायत, अपना विकास “ कार्यक्रम शुरू करके 2000 से भी अधिक गांवों में चौपाल लगाकर लोगों को स्थानीय स्वशासन के अंतर्गत दिए गए उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया।
“मुक्ताकाश की स्थापना” में उनका योगदान अदभुत और अविस्मरणीय है। मुक्ताकाश का उद्देश्य ज्ञान और नैतिक मूल्यों के माध्यम से लोगों को सफलता, संतोष और आनंदमय जीवन सुनिश्चित करना है। यह ज्ञान और नैतिकता पर आधारित सामंजस्यपूर्ण सामाजिक व्यवस्था की नई दृष्टि है।
श्री मुक्त़ेश्व़र ने धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और लोकतंत्र जैसे संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए और जनता विशेषकर युवाओं, छात्रों और किसानों के कल्याण के लिए कई आंदोलनों का आयोजन और नेतृत्व किया।
उनके अभिनव और गतिशील प्रयासों के परिणाम स्वरूप 2016 में औपचारिक रूप से इस राजनीतिक पार्टी की स्थापना की गई है, और उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा इसके संस्थापक अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।